प्रवासी श्रमिकों को रोजगार देने में उत्तर प्रदेश देश में पहला स्थान पर आया है। यूपी को, 'गरीब कल्याण रोजगार' अभियान में स्वच्छ सामुदायिक शौचालय की श्रेणी में पहला स्थान मिला है। प्रवासी श्रमिकों को रोजगार देने के लिए
यह योजना 6 राज्यों के 116 जिलों में चल रही थी। इनमें प्रदेश के 31 जिले शामिल थे। उत्तर प्रदेश के साथ ही 'प्रयागराज' जिला भी शौचालय बनाकर रोजगार देने में देश में अव्वल रहा है। हरदोई ने दूसरा और फतेहपुर ने तीसरा स्थान प्राप्त किया है।
पंचायती राज मंत्री भूपेंद्र सिंह चौधरी ने बताया कि 125 दिन के इस अभियान में प्रवासी श्रमिकों को सामुदायिक शौचालय निर्माण सहित 25 कार्यो के जरिए रोजगार देना था। श्रमिकों को मनरेगा मजदूरी (₹202प्रतिदिन) के हिसाब से भुगतान किया गया।