(1)  हाल ही में भारत सरकार ने भारतीय चिकित्सा परिषद #I को समाप्त करके अब, इसके स्थान पर राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) का गठन किया है।

(२) इस ऐतिहासिक सुधार के कारण भारतीय चिकित्सा शिक्षा क्षेत्र में विस्तार आयागी और प्रतिक्रियात्मक स्थिरता बनी हुई है।

(3) इसके तहत सबसे बड़े बदलाव यह आया है कि ग्राहक नियंत्रक का चयन योग्यता के आधार पर किया जाएगा ना कि चुना गया नियंत्रक नियंत्रक द्वारा। महिला और पुरुषों के शुचितापूर्ण एकीकरण, व्यवसायीकरण, अनुभव और व्यक्तित्व को महत्वाकांक्षा से चिकित्सा शिक्षा में और सुधार होगा।

राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग 33 सदस्यों का एक भारतीय चिकित्सा निकाय है जो चिकित्सा शिक्षा और चिकित्सा पेशेवरों को नियंत्रित करता है। इसने 25 सितंबर 2020 को मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया की जगह ले ली। यह स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मन्त्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत आता है।

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