हरियाणा सरकार ने जल की गुणवत्ता के परीक्षण के मद्देनजर अति आधुनिक 'चलित जल परीक्षण प्रयोगशाला वैन' की शुरुआत की है। यह वैन जल परीक्षण की बहु-आयामी प्रणाली से लैस है, जिसमें सेंसर और विभिन्न उपकरण लगे हैं। हरियाणा में पानी की गुणवत्ता मुख्य रूप से पूरी तरह से घुलनशील ठोस पदार्थ (टीडीएस), फ्लोराइड, नाइट्रेट, लौह और क्षारीयता से प्रभावित है। मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि 'जल जीवन मिशन' के तहत किए जा रहे कार्यों का उद्देश्य वर्ष 2024 तक प्रत्येक ग्रामीण आवास में नल द्वारा जल प्रदान करना है।