किसान दिवस या राष्ट्रीय किसान दिवस भारत में 23 दिसंबर को और 12 अक्टूबर को संयुक्त राज्य अमेरिका में मनाया जाता है।
आज हमारा देश का किसान अपने अनाज को बेचने के लिए सड़कों पर धरने लगा रहा है। एक जमाने में किसान को सबसे ऊंचा दर्जा दिया गया था क्योंकि वह स्वयं का मालिक था और स्वयं एक नौकर की तरह कार्य करता था, दूसरे स्थान पर व्यापारी को तथा तीसरे स्थान पर नौकरी करने वाले को स्थान दिया गया, आज व्यापारी उसी स्थान पर बना हुआ है और नौकरी करने वाला जो नौकर है उसे प्रथम स्थान दिया जाता है तथा हमारे देश के किसान जो भारतीय अर्थव्यवस्था में बहुत बड़ी भूमिका निभाते हैं, उसे सबसे निचले पायदान पर रखा गया है और बड़े-बड़े शहरों में वह मजाक का पात्र बनता है। मौसम की मार, उर्वरक आपूर्ति न होना, उच्च गुणवत्तायुक्त बीज की कमी, फसल पूरी पकने के बाद उसका पूरा पैसा न मिलना या समय पर न मिलना, सिंचाई की कमी, अच्छे संसाधनों की कमी और इन सबके बावजूद सरकारी अधिकारियों द्वारा किसानों को न सुनना आदि होने बावजूद भी आज भी किसान भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ बना हुआ है।