विश्व कंप्यूटर साक्षरता दिवस 2 दिसंबर को प्रतिवर्ष मनाया जाता है ताकि दुनिया भर में अशिक्षित समुदायों में जागरूकता पैदा की जा सके और विशेष रूप से बच्चों और महिलाओं में तकनीकी कौशल को बढ़ावा दिया जा सके। विश्व कंप्यूटर साक्षरता दिवस आज दुनिया में मौजूद उन्नत अंतर को नियंत्रित करता है। यह दिन मूल रूप से भारतीय कंप्यूटर कंपनी NIIT द्वारा 2001 में अपनी 20 वीं वर्षगांठ के अवसर पर स्थापित किया गया था। विश्व कंप्यूटर साक्षरता दिवस पहली बार और 2001 में 2 दिसंबर को आयोजित किया गया था। कंप्यूटर का विकास और विभेदक और विश्लेषणात्मक इंजन का आविष्कार। 1822 में चार्ल्स बैबेज द्वारा आविष्कार किया गया था, जो पास्कलिन द्वारा प्रेरित पहला कंप्यूटर था, जिसे डिफरेंशियल इंजन कहा जाता था। उन्होंने "डिफरेंशियल इंजन" और "एनालिटिकल इंजन" जैसी विषम मशीनें बनाईं जो सही गणना कर सकती थीं।