हाल ही में, अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (IUCN) ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि ऑस्ट्रेलिया का ग्रेट बैरियर रीफ (Great Barrier Reef) काफी गंभीर स्थिति में है और जलवायु परिवर्तन के कारण इसकी स्थिति और भी बिगड़ सकती है।
यह ऑस्ट्रेलिया के उत्तर-पूर्वी तट में फैला हुआ है। यह जीवों द्वारा बनाई गई विश्व की सबसे बड़ी एकल संरचना है।
यह समृद्ध पारिस्थितिकी तंत्र अरबों छोटे जीवों से मिलकर बना है, जिन्हें प्रवाल के रूप में जाना जाता है।
ये समुद्री पौधों की विशेषताओं को प्रदर्शित करने वाला सूक्ष्म जीव होते हैं, जो कि समूह में रहते हैं। चूना पत्थर (कैल्शियम कार्बोनेट) से निर्मित इसका निचला हिस्सा (जिसे कैलिकल्स भी कहते हैं) काफी कठोर होता है, जो कि प्रवाल भित्तियों की संरचना का निर्माण करता है। 1981 में इसे विश्व धरोहर स्थल के रूप में चुना गया था।
IUCN की स्थापना वर्ष 1948 (स्वीटरलैंड) में की गई थी और यह प्रकृति के संरक्षण तथा प्राकृतिक संसाधनों के धारणीय उपयोग को सुनिश्चित करने की दिशा में कार्य करता है।
IUCN द्वारा जारी की जाने वाली रेड लिस्ट दुनिया की सबसे व्यापक सूची है, जिसमें पौधों और जानवरों की प्रजातियों की वैश्विक संरक्षण की स्थिति को दिखाया जाता है।