नासा के लिए पहली पूर्ण व्यावसायिक उड़ान पर निजी कंपनी स्पेस एक्स ने चार अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पहुंचा दिया। कैनेडी स्पेस सेंटर से फॉल्कन रॉकेट द्वारा तीन अमेरिकी और एक जापानी अंतरिक्ष यात्री को रवाना किया गया था। इस लीचिंग के साथ ही नासा के लिए स्पेस एक्स ने रूस पर उसकी निर्भरता बड़ी हद तक खत्म कर दी है। इससे पहले तक नासा रूस के रॉकेटों पर निर्भर रहता आया है। इस साल कोरोनावायरस जैसी चुनौतियों को देखते हुए स्पेसएक्स के इस क्रू ड्रैगन कैप्सूल को रेजिलिंएस नाम दिया गया है। राकेट करीब 27 घंटे की उड़ान भरने के बाद आईएसएस पहुंचा। अन्तर्राष्ट्रीय अन्तरिक्ष स्टेशन या केन्द्र बाहरी अन्तरिक्ष में अनुसंधान सुविधा या शोध स्थल है जिसे पृथ्वी की निकटवर्ती कक्षा में स्थापित किया है। इस परियोजना का आरंभ 1998 में हुआ था और यह 2011 तक बन कर तैयार होगा। वर्तमान समय तक आईएसएस अब तक बनाया गया सबसे बड़ा मानव निर्मित उपग्रह होगा।