(वाक्यांंश)                                  (एक शब्द)

किसी आज्ञा या कानून को न मानना  -  अवज्ञा

जिसके समान कोई न हो  -  अद्वितीय

जो बदला न जा सके  -  अपरिवर्त्य

जो विश्वास करने लायक न हो -  अविश्वसनीय

परम्परा से सुनी हुई बात या उक्ति - अनुश्रुति

जिसकी उपमा न दी जा सके - अनुपमेय

जिसका विवाह न हुआ हो - अविवाहित

जिसकी नाप-तौल न हो सके - अपरिमेय

जिसकी आशा न की गयी हो - अप्रत्याशित

जो व्यवहार में न लाया गया हो - अव्यवहृत

जो प्रशंसा के योग्य न हो - अप्रशंस्त

जो प्रमाण से सिद्ध न हो सके - अप्रमेय

जो पान करने योग्य न हो - अपेय

जो सर्वसाधारण के सामने न रखा गया हो - अप्रकाशित

जो प्रतीत न हो सके - अप्रतीयमान

जिसका आदि न हो - अनादि

जिसके आने की तिथि निश्चित न हो - अतिथि

जो कहा न जा सके - अकथनीय

जिसकी कल्पना न की जा सके - अकल्पनीय

जिसकी तुलना न की जा सके - अतुलनीय

जो बीत चुका हो - अतीत

आवश्यकता से अधिक वर्षा - अतिवृष्टि

जिसका भाग्य अच्छा न हो - अभागा/भाग्यहीन

जो कुछ न करता हो - अकर्मण्य

जिसकी आशा न की गई हो - अप्रत्याशित

जिसे भुलाया न जा सके - अविस्मरणीय

जिसका कोई दूसरा उपाय न हो - अन्योपाय

जो अनुकरण करने योग्य हो - अनुकरणीय

वह कार्य जो बिना वेतन के थ्क्यज्ञ जाये - अवैतनिक

वह वस्तु जिसके आर-पार न देखा जा सके - अपारदर्शी

एक से अधिक माताओं से पैदा हुआ भाई - अन्दयोदर

पृथ्वी और सूर्यादि लोको के मध्य का स्थान - अंतरिक्ष

जिस तक पहुंचा न जा सके - अगम्य

जो दबाया न जा सके - अदम्य

सीमा का अनुचित उल्लंघन - अतिक्रमण

जो अपनी जगह से न हिले - अडिग

कभी न टूटने वाला - अटूट

जो अपने बात से न टले - अटल

जिसके कुल का पता न हो - अज्ञातकुल

जो कुछ नहीं जानता हो - अज्ञ

जिसे जीता न जा सके - अजेय

जो कभी बूढ़ा न हो - अजर

जो छुआ न गया हो - अछूता

जो छूने योग्य न हो - अछूत

जिसकी चिन्ता नहीं हो सकती - अचिन्त्य

जो खाली न जाए - अचूक

जिसका स्वामी न हो - अनाथ

जिसका जन्म पीछे हुआ हो - अनुज

जिसका जन्म पहले हुआ हो - अग्रज

पर्वत के ऊपर की समतल भूमि - अधित्यका

रोग जिसका ठीक होना कठिन हो - असाध्य

जो दूर की बात सोच न सके - अनाग्रसोची

जिस पर अभियोग चलाया गया हो - अभियुक्त

किसी कथन को बढ़ा-चढ़ाकर कहना - अतिशयोक्ति

जो ढका न हो - अनावृत

साधारण या व्यापक नियम के विरुद्ध चीजें - अपवाद

व्यर्थ ही अधिक खर्च करने वाला - अपव्ययी

जो सबके अंतःकरण की बात जानने वाला हो - अन्तर्यामी

जिसके पास कुछ न हो - अकिंचन

जो रूप में समान हो - अनुरूप

जो पीछे चलता हो - अनुगामी

जिसकी उपमा न हो - अनुपम

जो पहले कभी घटित न हुआ हो - अघटित

जिसका वर्णन न हो सके - अवर्णनीय

जिसके बिना काम न चल सके - अनिवार्य

बिना पलक गिराये - अनिमेष

जो कम जानता हो - अल्पज्ञ

एक-एक अक्षर तक - अक्षरश:

जो न मरे - अमर, अमर्त्य

अवश्य होने वाला - अवश्यम्भावी

किसी कहे हुए पद्य के अंतिम अक्षर से प्रारंभ होने वाला - अंत्याक्षरी

जिसकी परिभाषा देना संभव न हो - अपरिभाष्य

जो न जाना गया हो - अनवगत

जिस पर आक्रमण न किया गया हो - अनाक्रान्त

जो नियमानुकूल न हो - अनियमित

जो सबके आगे रहता हो - अग्रणी

जिसका ज्ञान इंद्रियों द्वारा न हो - अगोचर

अधिकार में आया हुआ - अधिकृत

जो कहा न जा सके - अकथनीय

जो देखने योग्य न हो - अदर्शनीय

धर्म के विरुद्ध कार्य - अधर्म

किसी पक्ष का समर्थन करने वाला - अधिवक्ता

वास्तविक मूल्य से अधिक लिया जाने वाला शुल्क - अधिमूल्य

जिसका निश्चित घर न हो - अनिकेत

किसी सिद्धांत का समर्थन करने वाला - अनुयायी

जिसका अनुभव किया गया हो - अनुभूत

किसी काम के लिए दी जाने वाली सहायता - अनुदान

नीचे की ओर आना - अपकर्ष

जिसकी उम्मीद हो - अपेक्षित

जानवर किसी की देख-रेख में न हो - अनेर

जिसका कोई शत्रु न हो - अजातशत्रु

जो 6 माह में एक बार हो - अर्धवार्षिक

जो गिना न जा सके - अगणित

दोपहर के बाद का समय - अपराह्न

जिसका कभी जन्म न हुआ हो - अजन्मा

किसी कथा, बात तथा प्रसंग के अंतर्गत आने वाला या कोई दूसरी कथा या प्रसंग - अन्तर्कथा

जो किसी चीज पर आसक्त न हो - अनासक्त

जिसको क्षमा न किया जा सके - अक्षम्य

जो नया न हो - अनूतन

किसी पुरुष से प्रेम करने वाली अविवाहित स्त्री - अनूढ़ा

प्रत्येक पदार्थ को क्षणिक और नश्वर मानने वाला - अनित्यवादी

जिसका अंत न हो - अनन्त

जो प्राण देने के योग्य न हो - अप्रामाण्य

जो जाना न जा सके - अज्ञेय

सम्पूर्ण लक्ष्य पर लक्ष्मण का न घटित होना - अव्याप्ति

सबसे पहले गिना जाने वाला - अग्रगण्य

जो भेदा या छेदा न जा सके, जो टूट न सके - अभेद्य

जो सम न हो - असम

जो नीचे लिखा गया है - अधोलिखित

जो भविष्य के प्रति आशान्वित हो - आशावादी

जो अपने पैरों पर खड़ा हो - आत्मनिर्भर

जो स्वयं पर बीती हो - आपबीती

अर्थ से संबंध रखने वाला - आर्थिक

बालक से वृद्ध तक - आबालवृद्ध

जो आदर करने योग्य हो - आदरणीय

प्रारम्भ से लेकर अन्त तक - आद्योपान्त

देवता अथवा भूतादि द्वारा होने वाला दुख - आधिदैविक

जीवो पर शरीरधारियों के द्वारा प्राप्त दुख - आधिभौतिक

जो कार्य किसी दूसरे प्रधान कार्य के करते समय थोड़े प्रयास से ही हो जाये - अनुषांगिक

जो धर्म और ईश्वर में विश्वास रखता हो - आस्तिक

आलोचना के योग्य - आलोचनीय

एक देश द्वारा दूसरे देशों से वस्तुओं का मंगाया जाना - आयात

जो इधर-उधर से घूमता-फिरता आ जाये - आगन्तुक

जिस पर आक्रमण हो - आक्रान्त

जिसका अहंकार चूर्ण हो गया हो - आर्त्तगर्व

वह नायिका जिसका पति प्रदेश से लौटा हो - आगतपतिका

जिसकी समस्त कामनायें पूरी हो गयी हों - आप्तकाम

तुरन्त कविता करने वाला कवि - आशुकवि

दूसरों के सुख के लिए स्वयं का त्याग - आत्मोत्सर्ग

आदर्शमूलक भावना को प्रश्रय देने वाला मत - आदर्शवाद

जो अपने आचरण से पवित्र हो - आचारपूत

किसी मत का सर्वप्रथम प्रवर्तन करने वाला - आदिप्रवर्तक

पैर से सिर तक - आपादमस्तक

किसी के गुण-दोष की विवेचना करने वाला - आलोचक

भगवान के सहारे अनिश्चित आय की प्राप्ति - आकाशवृति

जिसकी आकांक्षा हो - इष्ट

इतिहास को जानने वाला - इतिहासज्ञ

इन्द्रियों को वश में करने वाला - इंद्रियजित

जो इन्द्रियों की पहुंच से बाहर हो - इन्द्रियातीत

इतना कि जो पर्याप्त हो - इत्यलम्

इन्द्र को जीतने वाला - इन्द्रजीत

इस लोक से सम्बन्ध रखने वाला - इहलौकिक

जो दूसरों की उन्नति देखकर जलता हो - ईर्ष्यालु

जिस (वस्तु) की आकांक्षा हो - ईप्सित

दूसरों की उन्नति को न देख सकने का भाव - ईर्ष्या

पूरब और उत्तर के बीच की दिशा - ईशानकोण

गर्वपूर्ण व्यवहार करना - इठलाना

ऊपर कहा गया - उपर्युक्त

सबसे ऊंचा - उच्चतम

जो पास हो गया हो - उत्तीर्ण

उपकार करने वाला - उपकारी 

सूरज जिस स्थान से निकलता है - उदयाचल

जिसका उपचार किया गया हो - उपकृत

सूर्योदय से पहले का समय - उषाकाल

पर्वत के पास की भूमि - उपत्यका

जिसके दांत न जमे हो - उदन्त

जो भूमि उपजाऊ हो - उर्वरा

किसी के बाद उसकी सम्पत्ति पाने वाला - उत्तराधिकारी

जिसने ऋण चुका दिया हो - उऋण

जल-थल दोनों जगह रहने वाला जीव - उभयचर

जो धरती फोड़कर जन्मता हो - उद्भिज

जो उल्लेख करने योग्य हो - उल्लेखनीय

ऊपर की ओर जाने वाला - उर्ध्वगामी

ऊंचे स्वर से उच्चारण किया हुआ - ऊर्ध्वोच्चारित

जिस भूमि में कुछ उत्पन्न न हो - ऊसर

जो अपने वीर्य को न गिरने दे - ऊर्ध्वरेता

जिसके एक ही आंख हो - एकाक्ष

जिसका चित्त स्थिर हो - एकाग्रचित्त

जो दिन में एक बार भोजन करता हो - एकभुक्त

जिसका सम्बन्ध किसी एक स्थान से हो - एकदेशीय

जहां कोई दूसरा न हो - एकान्त

किसी वस्तु के क्रय-विक्रय का एकछत्र अधिकार - एकाधिकार

जो अपनी इच्छा पर निर्भर हो - ऐच्छिक

उपनिवेश सम्बन्धी - औपनिवेशिक

उपनिषद् सम्बन्धी - औपनिषदिक

उपन्यास सम्बन्धी - औपन्यासिक

जो केवल कहने-सुनने के लिये हो - औपचारिक

विवाहिता स्त्री से उत्पन्न पुत्र - औरस

जो किये जाने योग्य हो - करणीय

जो अच्छे कुल में उत्पन्न हुआ हो - कुलीन

जो फूल अभी नहीं खिला है - कली

जो कल्पना से परे हो - कल्पनातीत

जिसने अभी विवाह न किया हो - कुंआरा

मांस से युक्त - सामिष

जिसके ग्रीवा सुन्दर हो - सुग्रीव

जो स्मरण रखने योग्य हो - स्मरणीय

सर्वसाधारण से संबंध रखने वाला - सार्वजनिक

जो अपने आप उत्पन्न हुआ हो - स्वयंभू

अपने ही पति की अनुरागिनी स्त्री -स्वकीया

सेवा और आराधना करने योग्य - सेव्य

पसीने से उत्पन्न होने वाला - स्वेदज

गरीबों को नित्य भोजन देना - सदावर्त

जिसकी पत्नी साथ में हो - सपत्नीक

स्वेच्छा से पारिश्रमिक के बिना ही किसी कार्य करने में योग देने वाला - स्वयंसेवक

किसी के स्थान पर आया हुआ - स्थानापन्न

जो एक जगह से दूसरी पर न लाया जा सके - स्थावर

जिसे सब पसंद करें - सर्वप्रिय

हंसी के योग्य - हास्यास्पद

हाथ में आया हुआ - हस्तगत

हवन की वस्तु - हवि

कोई वस्तु जो किसी दूसरे को सौंप दी गयी हो - हस्नान्तरित

हाथ की चतुराई - हस्तलाघव

जो होने को हो या होकर ही रहे - होनहार

जिसका उत्साह समाप्त हो चुका हो - हतोत्साहित

जहां पृथ्वी और आकाश मिले दिखें - क्षितिज

हाथ से शीघ्र काम करने वाला - क्षिप्रहस्त

भूख से आकुल - क्षुधातुर

कृश शरीर वाला  - क्षीणकाय

क्षमा करने वाला - क्षमाशील

तीनों लोकों का संगम - त्रिलोक

रात्रि का तीसरा पहर - त्रियामा 

जो जानने योग्य हो - ज्ञातव्य

जो जाना जा सके - ज्ञेय

ज्ञान की महत्ता - ज्ञान-गरिमा 

दोनों भौंहों का मध्यवर्ती स्थान - त्रिकुटी

भूत, भविष्य और वर्तमान को देखने वाला - त्रिकालदर्शी

छुटकारा दिलाने वाला - त्राता

जो तीन माह में एक बार हो - त्रैमासिक

वह वस्तु जिसके आर-पार देखा जा सके - पारदर्शी

पूर्णरूप से पका या पचा हुआ - परिपक्व

जिससे बहुतों का भला हो - परमार्थ

जो दूसरों का भला चाहता हो - परार्थी

पुस्तक की हाथ से लिखी हुई प्रति - पांडुलिपि

जो तौला या मापा जा सके - परिमेय

कठिनाइयों से भागने की प्रवृत्ति - पलायनवृत्ति

पत्ते की बनी कुटी - पर्णकुटी

पांच वस्तुओं से निर्मित भगवान के स्नान हेतु बनाया गया - पंचामृत

पीने की इच्छा वाला - पिपासु

किसी विषय या क्षेत्र का पूरा ज्ञान रखने वाला - पारंगत

हास्यरस प्रधान कहानी या लेख - प्रहसन

जिसका उत्तर खोजना पड़े, ऐसा कथन - प्रहेलिका

पूछने के योग्य - प्रष्टव्य

जो प्रतिकूल पक्ष का हो - प्रतिपक्षी

दूसरे देश में रहने वाला - प्रवासी

श्वास-प्रश्वास की गति का नियमन  - प्राणायाम

प्राण रक्षा करने वाला - प्राणदा

पहरा देने वाला - प्रहरी

वह स्थान जहां लोगों को देखने हेतु अनेक प्रकार की वस्तुएं रखी जाए - प्रदर्शनी

जाकर लौटा हुआ - प्रत्यागत

जो प्रमाण से सिद्ध हो सके - प्रमेय

रात्रि का प्रथम पहर - प्रदोष

लौटकर आया हुआ - प्रत्यावर्ती

जिस पर मुकदमा चल रहा हो - प्रतिवादी

जैसा कि साधारणरूप से मालूम पड़ता है - प्रतीयमानत:

शीघ्र आग पकड़ने वाला - प्रज्वलनशील

दोष या पाप मिटाने के लिए शास्त्रानुकूल कर्म या कृत्य - प्रायश्चित

उत्तर पाने पर दिया हुआ उत्तर - प्रत्युत्तर

प्रार्थना करने वाला - प्रार्थी

प्रकृति सम्बन्धी - प्राकृतिक

फल देने वाला - फलदायी

शोभा हेतु फूल रखे जाने वाला पात्र - फूलदान

फल की आकांक्षा से युक्त - फलासक्त

केवल फल खाकर रहने वाला - फलाहारी

बहुत-सी भाषाएं जानने वाला - बहुभाषाविद

जो बुद्धि द्वारा जाना जा सके - बोधगम्य

बहुत से लोगों की मिलकर एक राय - बहुमत

बड़े दाम वाला - बहुमूल्य

प्रत्येक पदार्थ को क्षणिक और नश्वर मानने वाला - अनित्यवादी

जिसका अंत न हो - अनन्त

जो प्रमाण देने के योग्य न हो - अप्रामाण्य

जो जाना न जा सके - अज्ञेय

सम्पूर्ण लक्ष्य पर लक्षण का न घटित होना - अव्याप्ति

सबसे पहले गिना जाने वाला - अग्रगण्य

जो अपने पैरों पर खड़ा हो - आत्मनिर्भर

जिसका वर्णन न हो सके - वर्णनातीत

जो समान न हो - विषम

जिसे बहुत बातें करनी आती हो - वाचाल

जिस पर विश्वास किया जा सके - विश्वसनीय

जिसकी पत्नी साथ में न हो - विपत्नीक

वंश में उत्पन्न व्यक्ति - वंशज

अनुचित यौन संबंध करने वाला - व्यभिचारी

जिसके हाथ में वज्र हो - वज्रपाणि

बहुत पढ़ी-लिखी महिला - विदुषी

बिजली का चमकना - विद्युतद्युति

जो मुकदमा चलाये - वादी

जो किसी विकार से ग्रस्त हो - विकृत

विदेश से संबंधित - वैदेशिक

तारों से भरी रात - विभावरी

जिसे जानकारी बहुत अधिक हो - विज्ञ

लेन-देन की विधि - विनिमय

जिसका कोई आकार हो - साकार

सात दिनों की अवधि - सप्ताह

जिसे पढ़ना-लिखना आता हो - साक्षर

किसी काम से दूसरों से आगे बढ़ जाने की इच्छा - स्पर्धा

जिसका प्रयोजन सिद्ध हो चुका हो - सिद्धकाम

सिंह का बच्चा - सिंहशावक

जो संसार का संहार करता हो - संहारक

एक ही मां से पैदा भाई - सहोदर

जिसका सम्बन्ध साहित्य से हो - साहित्यिक

सम्पूर्ण पृथ्वी से सम्बन्धित - सार्वभौम

जिस पर शासन किया जाये - शासित

शिव की उपासना करने वाला - शैव

सौ वस्तुओं का संग्रह - शतक

सर्व युगानुकूल - शाश्वत

चांदनी रात - शर्वरी

जिसके हाथ में शूल हो - शूलपाणी

शरण में जो आया हो - शरणागत

ध्वनि सुनकर चलाया जाने वाला बाण - शब्दभेदी

जो शरण का इच्छुक हो - शरणार्थी

शत्रु का हनन करने वाला - शत्रुघ्न

जो झूठ न बोलता हो - सत्यवादी

जो दोनों हाथों से कार्य करने में समान रूप से कुशल हो - सव्यसाची

एक समय में रहने वाला अथवा होने वाला - समकालीन

दो वस्तुयें जो एक प्रकृति की हों - सजातीय

छूत या संसर्ग से फैलने वाला रोग - संक्रामक

दो धाराओं या नदियों के बीच का स्थान - संगम

युग का निर्माण करने वाला - युग-निर्माता 

जहां तक सध सके - यथासाध्य

जैसा पहले था - यथापूर्व

शक्ति के अनुसार - यथाशक्ति

क्रम के अनुसार - यथाक्रम

यज्ञ करने या कराने वाला - याज्ञिक

जो कोई वस्तु मांगता है - याचक

जिसने यश प्राप्त किया हो - यशस्वी

जो युद्ध में स्थिर रहता है - युधिष्ठिर

युद्ध करने या लड़ने की इच्छा रखने वाला - युयुत्सु

युद्ध करने या लड़ने की इच्छा - युयुत्सा

जहां तक सम्भव हो - यथासम्भव

हमेशा घूमते रहने वाला - यायावर

रानी के रहने वाला स्थान - रनिवास

जिसकी रक्षा करना उचित हो - रक्षणीय

वह काव्य जिसका अभिनय हो सके - रूपक

राज्य के प्रति किया गया विद्रोह - राजद्रोह

राधा का पुत्र - राधेय

रोंगटो के उभार से मुक्त - रोमांचित

राष्ट्र का प्रधान - राष्ट्रपति

लम्बे या बड़े उदर वाला - लम्बोदर

लुभाया या ललचाया हुआ - लुब्ध

जो लोक या संसार में न हो - लोकोत्तर

बच्चों को सुलाने का गीत और थपकी - लोरी

जो लेखा-जोखा रखता हो - लेखाकार

जिसने प्रतिष्ठा प्राप्त की हो - लब्धप्रतिष्ठ

जो खाना मुफ्त में मिलता हो - लंगर

जिससे विकार उत्पन्न हो - विकारी

भले-बुरे की पहचान का ज्ञान - विवेक

जो दूसरों में लीन या मिल गया हो - विलीन

किसी वस्तु के बदले कोई वस्तु बेचने की क्रिया - वस्तु-विनिमय

जो एक वर्ष में एक बार हो - वार्षिक

जिस स्त्री का पति मर गया हो - विधवा

हिलोरें उत्पन्न करने वाला - बिलोडक

जो दूसरे की वाणी से देने को कह चुके हो - वाग्दत्त

जो किसी विषय की विशेष जानकारी रखता हो - विशेषज्ञ

जो कानून के प्रतिकूल हो - अवैध

विज्ञान का ज्ञाता - वैज्ञानिक

बचपन और जवानी के बीच का समय - वय:सन्धि

जो आवश्यकता से अधिक बोलता हो - वाचाल

जो कानून के अनुसार हो - वैध

व्याकरण का ज्ञाता - वैयाकरण

अंक में सोनेवाला - अंकशायी

हाथी को हांकने का लोहे का तीखा औजार - अंकुश

जो हिसाब-किताब की जांच करता हो - अंकेक्षक

किसी के शरीर की रक्षा करने वाला - अंगरक्षक

मूलकथा में आनेवाला प्रसंग, लघु कथा - अंत:कथा

महल का वह भाग जहां रानियां निवास करती हैं - अंत:पुर

जो जातियों के बीच में हो - अंतर्जातीय

धरती और स्वर्ग (आकाश) के बीच का स्थान - अंतरिक्ष

तट का जो भाग जल के भीतर हो - अंतरीप

मन में होने वाला स्वभाविक ज्ञान - अंतर्ज्ञान

जिस (नदी) के जल का प्रवाह गुप्त हो - अंतस्सलिला

वह विद्यार्थी जो आचार्य के पास ही निवास करता हो - अंतेवासी

जिसका जन्म निम्न वर्ण में हुआ हो - अंत्यज

जो बिना सोचे-समझे अनुगमन करें - अंधानुगामी

पानी भरनेवाला - अंबुवाह

अपने हिस्से या अंश के रूप में कुछ देना - अंशदान

जिसके पास कुछ भी नहीं हो - अकिंचन

जिस लड़की का यौवन क्षत नहीं हुआ - अक्षतयौवना

जो पासे के खेल में कुशल हो - अक्षधूर्त

जो क्षमा न किया जा सके - अक्षम्य

जिसका क्षय न हो - अक्षय

जिसका खंडन न किया जा सके - अखंड/अखंडनीय

जो खाने योग्य न हो - अखाद्य

जहां पहुंचा न जा सके - अगम्य

जिसकी निंदा न की गई हो - अगर्हित

जो बहुत गहरा हो - अगाध

जो इंद्रियों द्वारा न जाना जा सके - अगोचर

समाचार-पत्र का मुख्य लेख - अग्रलेख/सम्पादकीय

जिसका चिंतन नहीं किया जा सके - अचिंतनीय/अचिंत्य

किस पर चिंतन न किया गया हो - अचिंतित

जिसकी चिकित्सा न हो सके - अचिकित्स्य

जो अपने स्थान या स्थिति से अलग न किया जा सके - अच्युत

प्रसूता (संतान को जन्म देने वाली) को दिया जाने वाला भोजन -  अछवानी

जो कभी बूढ़ा न हो - अजर

घर के सबसे ऊपर के खंड के कोठरी - अटारी


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