संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) द्वारा 15 दिसंबर, 2020 को जारी किए गए वर्ष 2020 के मानव विकास सूचकांक में 189 देशों में भारत को 131वां स्थान प्राप्त हुआ है। भारत पिछले साल की अपेक्षा दो पायदान नीचे खिसक गया है। वर्ष 2020 के मानव विकास सूचकांक रिपोर्ट के अनुसार क्रय शक्ति समता के आधार पर 2018 में भारत की प्रति व्यक्ति सकल राष्ट्रीय आय 6829 अमेरिकी डॉलर थी जो 2019 में गिरकर $6681 हो गई है तथा वर्ष 2019 में भारतीयों की जीवन प्रत्याशा 69.7 वर्ष थी। इस सूचकांक के माध्यम से यूएनडीपी किसी राष्ट्र में स्वास्थ्य, शिक्षा और जीवन के स्तर का मापन करता है।
सबसे पहले 1990 में एचडीआई रिपोर्ट जारी की गई थी तब से हर साल इस रिपोर्ट को प्रकाशित किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि मानव विकास सूचकांक की अवधारणा का विकास पाकिस्तानी अर्थशास्त्री महबूब-उल-हक द्वारा किया गया था। इस अवधारणा का बाद में 90 के दशक में भारतीय अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन द्वारा समर्थन किया गय।
यूएनडीपी ने वर्ष 2020 में पहली बार ग्रहों का दबाव समायोजित विकास सूचकांक के रूप में नई मीट्रिक प्रणाली शुरुआत की है।
पी.एच.डी.आई प्रत्येक देश के प्रति व्यक्ति कार्बन उत्सर्जन और उसके भौतिक पदचिन्ह के कारण होने वाले प्रभावों को दर्शाने के लिए वस्तुओं एवं सेवाओं के निर्माण में प्रयुक्त जीवाश्म ईंधन, वस्तुओं व अन्य संसाधनों की मात्रा को मापता है।