ओडिशा के बालासोर में 30 सितंबर 2020 को ब्रह्मोस सुपरसोनिक द्वीप मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया। यह 400 किलोमीटर तक चलने के लिए सक्षम है। डीआरडीओ ने यह परीक्षण अपने पीजे -10 परियोजना के तहत किया है। इस टेस्ट के लिए मिस को देसी बूस्टर से हासिल पर दागा गया। यह ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिस के एक्सटेंडेड रेंज वर्जन का दूसरा सफल परीक्षण है। मिस को समुद्र, जमीन और लड़ाकू विमानों से भी दागा जा सकता है।
ब्रह्मोस एक कम दूरी की रैमजेट, सुपरसॉनिक द्वीप मिस है। इसे पनडुब्बी से, पानी के जहाज से, विमान से या जमीन से भी छोड़ा जा सकता है। रूस की एनपीओ मशीनोस्ट्रोयेनिया और भारत के रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ने संयुक्त रूप से इसका विकास किया है। यह रूस की पी -800 ओंकिस द्वीप मिस की प्रौद्योगिकी पर आधारित है।