राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण के अनुसार, 'टाइगर स्टेट' का दर्जा प्राप्त मध्य प्रदेश में वर्ष 2020 में अब तक 26 बाघों की मौत हो चुकी है। मध्य प्रदेश के वन मंत्री विजय शाह ने कहा है कि पिछले 6 वर्षों में राज्य में बाघों की औसत मृत्यु दर उनकी जन्म दर की तुलना में कम है। राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण की वेबसाइट के अनुसार मध्य प्रदेश में इस वर्ष अब तक कुल 26 लोगों की मौत हो चुकी है, इनमें से प्रदेश के बाघ अभ्यारण्यों में 21 बाघ मरे हैं, जबकि पांच बाघ अन्य जंगलों में मरे हैं। सबसे अधिक 10 बाघों की मौत बांधवगढ़ बाघ अभयारण्य में हुई है।