हर दिन, हज़ारों लड़कियों का स्वास्थ्य, अधिकार और आत्मविश्वास के साथ खेला जाता है। कुछ महिला जननांग विकृति के अधीन हैं। कुछ बच्चों को विवाह के लिए मजबूर किया जाता है, और अभी भी उन्हें उपेक्षित या भूखा रखा जाता है, केवल इसलिए कि वे महिला हैं। राजस्थान, बिहार व उत्तर प्रदेश में इस तरह के उदाहरण देखने को मिल जाते हैं।
तथाकथित सम्मान के नाम पर दहेज संबंधी हिंसा से लेकर अपराधों तक कम से कम 19 हानिकारक प्रथाएं मानवाधिकार उल्लंघन मानी जाती हैं। रिपोर्ट के मुताबिक तीन सबसे प्रचलित रूपों पर केंद्रित है - बाल विवाह, पुत्र वरीयता और लिंग बायस्ड सेक्स चयन तथा महिला जननांग विकृति।